एक बार एक हवाई जहाज़ की कम्पनी अपने जहाज़ पर पेंट करवाने का ठेका देने के लिए अखबार में इश्तिहार निकालती है जिसे देख कर संता बंता और पप्पू नीलामी में बोली लगाने के लिए जाते हैं और वहां पहुँच कर अपनी अपनी बोली लगाते हैं;
संता: मैं इस जहाज़ को पेंट करने के लिए 5 लाख रूपए लूँगा!
मैनेजर: नहीं नहीं यह तो बहुत महंगा है!
इसके बाद पप्पू अपनी बोली लगाता है;
पप्पू: मैं इस जहाज़ को पेंट करने के 4 लाख रूपए लूँगा!
मैनेजर: नहीं यह भी बहुत महंगा है!
संता और पप्पू की बोली सुन कर बंता कुछ देर सोचता और अपनी बोली लगता है;
बंता: मैं ये जहाज़ 500 रूपए में पेंट कर दूंगा!
बंता की बात सुन कर मैनेजर हैरानी से बंता से पूछता है;
मैनेजर: बंता जी आपको नहीं लगता की ये कीमत कुछ ज्यादा ही कम है और आपको इस सौदे में नुकसान उठाना पड़ सकता है!
बंता: ओये नुकसान कैसा ये दोनों तो बेवकूफ है मैं तो हवाई जहाज़ को तब पेंट करूँगा जब वह आसमान में चला जाएगा और छोटा हो जाएगा तब मैं सीढ़ी लगाकर उस पर रंग कर दूंगा!
संता: मैं इस जहाज़ को पेंट करने के लिए 5 लाख रूपए लूँगा!
मैनेजर: नहीं नहीं यह तो बहुत महंगा है!
इसके बाद पप्पू अपनी बोली लगाता है;
पप्पू: मैं इस जहाज़ को पेंट करने के 4 लाख रूपए लूँगा!
मैनेजर: नहीं यह भी बहुत महंगा है!
संता और पप्पू की बोली सुन कर बंता कुछ देर सोचता और अपनी बोली लगता है;
बंता: मैं ये जहाज़ 500 रूपए में पेंट कर दूंगा!
बंता की बात सुन कर मैनेजर हैरानी से बंता से पूछता है;
मैनेजर: बंता जी आपको नहीं लगता की ये कीमत कुछ ज्यादा ही कम है और आपको इस सौदे में नुकसान उठाना पड़ सकता है!
बंता: ओये नुकसान कैसा ये दोनों तो बेवकूफ है मैं तो हवाई जहाज़ को तब पेंट करूँगा जब वह आसमान में चला जाएगा और छोटा हो जाएगा तब मैं सीढ़ी लगाकर उस पर रंग कर दूंगा!
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