2 महीने की गर्मियों की छुट्टियों के बाद पप्पू अपने स्कूल जाता है!
अभी उसके स्कूल शुरू हुए एक हफ्ता भी नहीं गुज़रा होता है कि उसके स्कूल से उसकी अध्यापिका जीतो को फ़ोन करती है और कहती है;
अध्यापिका: क्या मैं पप्पू की माता जी से बात कर सकती हूँ?
जीतो: जी हाँ कहिये मैं बोल रही हूँ!
अध्यापिका: जी आपके पप्पू ने अपनी शैतानियों से सारे स्कूल की नाक में दम कर रखा है!
अध्यापिका की बात सुन कर जीतो तुरंत जवाब देती है;
जीतो: वाह मैडम जी वाह आपने तो एक हफ्ते में ही फ़ोन कर दिया पिछले 2 महीने से जब उसने मेरा जीना मुहाल किया हुआ था तो मैंने तो कभी आपसे उसकी शिकायत नहीं की!
अभी उसके स्कूल शुरू हुए एक हफ्ता भी नहीं गुज़रा होता है कि उसके स्कूल से उसकी अध्यापिका जीतो को फ़ोन करती है और कहती है;
अध्यापिका: क्या मैं पप्पू की माता जी से बात कर सकती हूँ?
जीतो: जी हाँ कहिये मैं बोल रही हूँ!
अध्यापिका: जी आपके पप्पू ने अपनी शैतानियों से सारे स्कूल की नाक में दम कर रखा है!
अध्यापिका की बात सुन कर जीतो तुरंत जवाब देती है;
जीतो: वाह मैडम जी वाह आपने तो एक हफ्ते में ही फ़ोन कर दिया पिछले 2 महीने से जब उसने मेरा जीना मुहाल किया हुआ था तो मैंने तो कभी आपसे उसकी शिकायत नहीं की!
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